Ardeshir godrej biography in hindi
ताला बनाने के लिए बनी थी गोदरेज, आज 50 देशों में फैला है 20 तरह का कारोबार, अब ग्रुप का हो गया बंटवारा
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Godrej Authority Story-गोदरेज समूह भारत समेत 50 से ज्यादा देशों में व्यापार कर रहा है. Godrej के 20 से अधिक तरह के कारोबार हैं. गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज कंज्यूमर, गोदरेज प्रॉपर्टीज, गोदरेज एग्रोवेट और एस्टेक लाइफसाइंसेज समूह की कुछ प्रमुख कंपनियां हैं.
हाइलाइट्स
- गोदरेज समूह का बंटवारे पर अब मोहर लग गई है.
- अर्देशिर गोदरेज ने साल 1897 में गोदरेज की नींव रखी.
- गोदरेज समूह आज दुनिया के 50 देशों में कारोबार करता है.
नई दिल्ली. देश के सबसे पुराने कारोबारी समूहों में शामिल गोदरेज समूह (Godrej Group) के बंटवारे पर मोहर लग गई है. गोदरेज ग्रुप की मार्केट वैल्यू 4.1 अरब डॉलर आंकी गई है. ग्रुप की कंपनियों को आदी गोदरेज (Adi Godrej), नादिर गोदरेज (Nadir Godrej), जमशेद गोदरेज (Jamshyd Godrej) और स्मिता गोदरेज (Smitha Godrej) के बीच बांट दिया जाएगा. गोदरेज समूह की स्थापना 1897 में अर्देशिर गोदरेज और पिरोजशा बुर्जोरजी गोदरेज ने की थी. सर्वप्रथम पेशे से वकील अर्देशिर गोदरेज ने बिजनेस में कदम रखा. 3 हजार रुपए से उन्होंने सर्जरी ब्लेड का बिजनेस शुरू किया. लेकिन यह ज्यादा नहीं चल पाया और बंद हो गया. इसके बाद अर्देशिर गोदरेज ने ताला बनाने के लिए गोदरेज कंपनी की शुरुआत अपने भाई पिरोजशा के साथ मिलकर की.
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आज गोदरेज समूह 20 से ज्यादा कारोबार करत है. गोदरेज समूह के नाम कई उपलब्धियां दर्ज है. गोदरेज ने आजादी के बाद साल 1951 में हुए पहले आम चुनाव के लिए बैलेट बॉक्स बनाए थे. साल 1955 में बायस के साथ मिलकर पहला भारतीय टाइपराइटर बनाया. गोदरेज पहली भारतीय कंपनी थी जिसने देश में फ्रिज बनाया. कंपनी का पहला फ्रिज साल 1958 में बाजार में आया. साल 2008 में गोदरेज ने चंद्रयान-1 के लिए लॉन्च व्हीकल और लूनर ऑर्बिटर तैयार किए थे.
अखबार पढ़ते-पढ़ते आया आइडिया
सर्जिकल ब्लेड बनाने का बिजनेस न चल पाने के बाद भी आर्देशिर गोदरेज कई दिन तक खाली बैठे रहे. दरअसल, उनका बिजनेस न चल पाने में अंग्रेजी हुकूमत का बड़ा हाथ था. गोदरेज अपने प्रोडक्ट पर ‘मेड इन इंडिया’ लिखना चाहते थे जिसके लिए अंग्रेज राजी नहीं थे.
एक दिन आर्देशिर गोदरेज की नजर अखबार पढ़ते हुए एक खबर गई. ये खबर बंबई में चोरी की घटनाओं से जुड़ी थी. बंबई के पुलिस कमिश्नर ने लोगों को अपने घर और दफ्तर की सुरक्षा बेहतर करने के लिए कहा था. यही खबर पढ़कर आर्देशिर के दिमाग में ताले बनाने का आइडिया आया. ऐसा नहीं है कि उस वक्त ताले नहीं थे. लेकिन वे मजबूत नहीं थे.
कर्ज ले शुरू किया काम
आर्देशिर ने कर्ज लेकर बॉम्बे गैस वर्क्स के बगल में एक गोदाम खोला और वहां ताले बनाने का काम शुरू कर दिया. इसके साथ ही साल 1897 में जन्म हुआ ‘गोदरेज’ कंपनी का. कुछ समय बाद उनके छोटे भाई पिरोजशा भी इस व्यवसाय में शामिल हुए और उन्हें गोदरेज ब्रदर्स के नाम से जाना जाने लगा. गोदरेज ने खूब मजबूत ताले बनाए, जो कुछ समय में ही मार्केट में हिट हो गए.
1918 में बनाया वेजिटेबल ऑयल शॉप
आर्देशिर गोदरेज ताला बनाने के काम तक ही सीमित नहीं रहे. साल 1918 में उन्होंने दुनिया का पहला वेजिटेबल ऑयल शॉप बनाया. इसका नाम छवि रखा. यह दुनिया का ऐनिमल फैट के बिना बनाए जाने वाला पहला पहला साबुन था. साल 1923 में गोदरेज ने फर्नीचर बिजनेस में कदम रखा. गोदरेज का यह बिजनेस इतना बहुत कामयाब हुआ और कुछ ही वर्षों में गोदरेज फर्नीचर भारत में घर-घर पहचाने जाने वाला ब्रांड बन गया. साल 1951 में पहले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच गोदरेज ने 17 लाख बैलट बॉक्स तैयार किए. साल 1952 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गोदरेज ने नहाने के लिए सिंथॉल साबुन लांच किया.
फ्रिज बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी
गोदरेज ने साल 1958 में फ्रिज बनाने की शुरुआत की. गोदरेज भारत की फ्रिज बनाने वाली पहली कंपनी थी. साल 1974 में Godrej ने बालों को कलर करने वाला डाई पेश किया. 1990 के दशक में गोदरेज ने रियल एस्टेट बिजनेस में कदम रखा. साल 1991 में गोदरेज ने खेती से जुड़े कारोबार की शुरुआत की. साल 2008 में गोदरेज ने चंद्रयान-1 के लिए लॉन्च व्हीकल और लूनर आर्बिटर तैयार किए.
New Delhi,New Delhi,Delhi
May 01, 2024, 12:25 IST
ताला बनाने के लिए बनी थी गोदरेज, आज 50 देशों में फैला है 20 तरह का कारोबार
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